सही समय का इंतज़ार करो Buddha Best Short Stories in Hindi 2024

Buddha Best Short Stories in Hindi की यह एक ऐस कहानी है जो रोज के दिन चरिया में सभी दिन के उपयोग में होता है इस कहानी का शीर्षक सही समय का इंतज़ार करो इसका मतलब शिक्षाप्रद अनुसंधान: गौतम बुद्ध की चमत्कारी शिक्षा – सब्र और धैर्य का महत्व” आज हम आपको Buddha Best Short Stories in Hindi का महत्पूर्ण कहानी बताएँगे

सही समय का इंतज़ार करो Buddha Best Short Stories in Hindi

Buddha Best Short Stories in Hindi

एक बार की बात है गौतम बुद्ध अपने शिष्यों के साथ एक नगर से एक बड़ी नगर में प्रवचन सुनाने के लिए जा रहे थे उस समय गर्मी के समय होने के कारण बहुत तेज गर्मी पर रही थी और बहुत दूर पैदल यात्रा भी करना था और गर्मी के समय होने के वजह से उन्हें और सभी शिष्य को प्यास भी लगा था| वहां से कुछ दूर पैदल यात्रा करने के बाद एक जंगल में एक बड़ा सा बरगद के वृक्ष की छाँव में पहुंच कर सभी बैठे कर विश्राम करने लगते है और बहुत देर से चलने के वजह से सभी के प्यास से गाला सुख रहा था यह बात बुद्ध जानते थे तब बुद्ध ने अपने शिष्य में से एक शिष्य को बोलते है की तुम बरगद की छाया से एक्कीस कदम दूर जाकर बरगद को दो बार परिक्रमा करके वापस आजाओ |शिष्य वैसा ही करता है जैस गौतम बुद्ध ने कहता है | परिक्रमा के बाद जब शिष्य ने बुद्ध के पास पंहुचा तो बुद्ध ने पूछा की बोलो तुम्हे किस तरफ से ठंडी हवा का अनुभव हुआ था शिष्य बोला की है महात्मा हमें उत्तर दिशा की तरफ से हमें कुछ ठंडी हवा की महसुश हुआ है तब बुद्ध ने उस शिष्य को बोला तुम उत्तर दिशा में जाओ जरूर तुम्हे कुछ दुरी पर तालाब अवश्य मिलेगा उस से तुम सब के लिए पानी ले आओ|Buddha Best Short Stories in Hindi

सही समय का इंतज़ार करो Buddha Best Short Stories in Hindi
सही समय का इंतज़ार करो Buddha Best Short Stories in Hindi

शिष्य उसी दिशा में कुछ दूर जाने के बाद देखा की सच मुच में तालाब है तालाब देख कर शिष्य ने बहुत प्रसन्न होता है और तालाब के निकट जाता है तो देखता हैं और जैसे ही पानी भरने के लिए करता है तभी शिष्य के नज़र वह दूर तलब में कपड़े धो रही थी कुछ औरत और कुछ जा रही थी यह देककर शिष्य के मन में विचार आया की अब तो पानी गन्दा हो गई पर पानी को देखा तो पानी साफ ही था तो जैसे ही पानी भरने के लिए निचे हुआ इतने में दो बैल गाड़ी तेजी से तालाब की किनारे से जा रही था तभी बैल गाड़ी की पहिये खुल कर पानी में चले गया और पानी गंदे हो गई जिस से शिष्य ने क्रोध हो कर महात्मा बुद्ध के पास जा कर निराशा भाव से सारा कहानी सुनाई | शिष्य के बात सुनते ही कुछ शिष्य ने महात्मा बुद्ध को कहते है की हम लोगों को तुरंत ही यहाँ से निकलना चाहिए दूसरी जगह पानी की खोज करने के लिये | इधर महात्मा बुध्द सभी को संत होने के लिए कहते है और बोलते है की धीरज रखो कुछ देर यही बैठो और उचित समय आने का इंतज़ार करो | सभी बुद्ध की बात सुन कर संत हो जाते है और वही बैठ जाते है| और कुछ समय बीतने बीतने बाद महात्मा बुद्धा फिर से अपने शिष्य को भेजा पानी लेन के लिए उसी तालाब में शिष्य बिना कोई सवाल जबाब किये पानी लाने के लिए चला जाता है | तालाब का हालत देख कर शिष्य ने पूरी हैरान रह गई | तालाब की पानी पूरी तरह से साफ होता है | यह देख कर शिष्य ने बहुत खुश होता है और पानी भर कर बुद्ध पास जाता है और सभी पानी पी कर अपनी प्यास बुझाती है लेकिन अभी भी सब के मन में ये एक सवाल था की आखिर यह चमत्कार हुआ कैसे तालाब का पानी तो सब गन्दा था | शिष्य सब को लगा की जरूर ये बुद्धा के शक्ति है | उन्ही में से एक शिष्य ने पूछ ही दिया की महात्मा ये चमत्कार आपने कैसे किया |Buddha Best Short Stories in Hindi

सही समय का इंतज़ार करो Buddha Best Short Stories in Hindi

शिष्य का जवाब देते बुद्धा ने जबाब दिया की यह कोई चमत्कार नहीं यह आपके सबर का सब फल है अपने सब्र रखते हुए सही समय का इंतज़ार करो और जितनी देर हम सब लोगो ने सब्र किया उतनी देर तक तालाब के पानी के ऊपर तैर रहे सभी गंदे तत्त्व और मिट्टी तालाब के पानी के नीचे बैठ रहे थे |
फिर कुछ देर बाद शिष्य जब वहाँ तालाब के पास पहुंचा तब तक सब दूषित कण नीचे बैठ चुके थे जिस वजह से तालाब का पानी पहले की तरह साफ हो चुका था तथा तालाब साफ दिखाई दे रहा था | Buddha Best Short Stories in Hindiयदि उस समय आप लोगो ने सब्र न किया होता धैर्य न रखा होता तो आप सब इतनी गर्मी मे पानी की खोज मे प्यासे रह कर शायद अब तक मृत्यु को प्राप्त हो गए होते क्योकि यहाँ से अगला कोई तालाब है या नहीं और होगा भी तो क्या उसका पानी साफ होगा या नही इन सब कारणो से आप कभी प्यास न बुझा पाते और प्यास से मर जाते | फिर इतना बोलने के बाद महात्मा बुद्ध शिष्य को एक सीख देते हुए कहते है की जैसी स्थिति हम लोगो के समक्ष आज आई है वैसी ही स्थिति और मुश्किल दौर ज़िंदगी के हर मोड़ पर आएंगे तब उस समय भी आपको ऐसे ही संयम बनाए रखना होगा और अपने विवेक से काम लेते हुए ही आपको एक उचित फैसले के साथ सही नतीजे पर पहुँचना होगा| हर मुश्किल दौर मे सब्र रखते हुए ऐसे ही शांत मन से ही कोई फैसला लेना चाहिए जिसका आपके और दूसरों के लिए अच्छा हो| क्योकि ऐसी स्थितियों मे लोग अक्सर गुस्से मे आकर अपना सब्र खो देते है और गुस्से तथा जल्दबाज़ी मे गलत काम और फैसला कर बैठते है जिसका बुरा परिणाम उनको भविस्य मे देखने को मिलता है जिसमे खुद का नुकसान अधिक होता है| कुछ परिस्थितियाँ जीवन मे ऐसी होती है जहां हमे सब्र बनाए रखते हुए उचित समय का इंतज़ार करना होता है लेकिन लोग अक्सर यहीं पर अपना सब्र खो देते है और उचित समय आने का इंतज़ार नहीं करते जिस वजह से उनको आगे चल कर दुख और मुश्किलों का सामना करना पड़ता है| Buddha Best Short Stories in Hindi इस कहानी से हमें शिख मिलती है बुद्ध की चमत्कारी शिक्षा – सब्र और धैर्य का महत्व” हमेशा जिंदगी में बनाये रखना चाहिए| अगर Buddha Best Short Stories in Hindi से कुछ सीखने जो मिला है तो आप अपने दोस्तों ले पास शेयर करे धन्यबाद |

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